उत्तरप्रदेश चुनाव दिन प्रति दिन रोमांचक रूप लेते जा रही है .चुनाव में अब केवल 14 दिन शेष हैं और चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लग गया है .दरअसल कांग्रेस के दिग्गज नेता आरपीएन सिंह ने कोंग्रस से बंधन तोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया हैं . सूत्रों की माने तो नेता आरपीएन सिंह लम्बे समय से कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने की योजना बना रहे थे जिसपर उन्होंने अब मुहर लगा दिया है . हालाँकि कांग्रेस ने कल ही अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी जिसमे नेता आरपीएन सिंह का नाम भी शामिल है । अब यह स्थिति थोड़ी दिग्भ्रमित वाली है ,एक तरफ चआरपीएन सिंह बीजेपी में शामिल हो चुकें हैं वही दूसरी तरफ कांग्रेस उन्हें छोड़ने के मूड में नहीं दिख रही है .इधर बीजेपी ने नेता आरपीएन सिंह को चुनाव लड़ाने के लिए तैयारी भी करनी शुरू कर दी है .आरपीएन सिंह एक दिग्गज नेता के तौर पर जाने जाते हैं और यह चुनावी मैदान में बीजेपी के लिए एक मजबूत सिपाही शाबित हो सकते हैं .इनकी लोकप्रियता को इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की चुनाव में बीजेपी उन्हें, स्वामी प्रशाद मौर्या के खिलाफ खड़ा कर सकते हैं . बीजेपी उनको स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कुशीनगर की पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाएगी .
बता दें कि आरपीएन सिंह पिछड़ी जाति सैंथवार-कुर्मी से हैं.पूर्वांचल में सैंथवार जाति के लोगों की तादाद अच्छी संख्या में है. कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया इसमें खास इलाके हैं. पुरे पूर्वांचल में सैंथवार जाती के साथ साथ कुछ अन्य पिछड़े वर्ग पर आरपीएन सिंह की एक अच्छी पकड़ है .अब जब वह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं तो पूर्वांचल में पिछड़े वर्ग के मतदाता गण बीजेपी की सवारी करेंगे और बीजेपी को जित के तरफ अग्रसर कर सकते हैं . पिछले कुछ दिनों में बीजेपी को छोड़ने वाले नेताओं ने बीजेपी पर दलितों की अवहेलना का आरोप लगाया है .और अब यदि आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होते ही यह आरोप भी मध्यम हो जाएगा .बहरहाल वक़्त के साथ ही पता चल जाएगा की पूर्वांचल की चुनावी हवा किधर बह रही है .अभी के लिएचुनाव एक्सप्रेस में इतना ही …