रेलवे बोर्ड परीक्षाओं के नियमों में हो रहे उट पटांग बदलाव से नाराज छात्र

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भारतीय रेलवे के प्रतियोगी परीक्षाओं को ले कर लोगों में गुस्सा बढ़ता चला जा रहा ह। रेलवे NTPC के रिजल्ट में घोटाले की बात अभी ख़तम ही नहीं हुई थी की रेलवे ने एक और नोटिस जारी कर विद्यार्थियों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। दरअसल रेलवे बोर्ड ने सोमवार को एक नोटिस जारी कर कहा है कि ग्रुप डी की परीक्षा एक नहीं, बल्कि दो एग्जाम के तहत ली जाएंगी। आपकी जानकारी के लिए पूरा मजार आपको समझाने की कोशिश करते हैं। दरअसल रेलवे ग्रुप डी का फॉर्म क्षात्रों ने 2019 में ही भरा था जबकि रेलवे की तरफ से सितंबर 2019 में परीक्षा लेने की बात भी कही गई थी लेकिन हमेशा की तरह रेलवे ने इस बार भी परीक्षा लेने में देर कर दी है। उसके बाद डिपार्टमेंट ने कहा की वह परीक्षा को दिसम्बर 2021 में लेगी लेकिन एक बार फिर बोर्ड अपने वाडे से चूक गई।

अंत में बोर्ड ने 23 फरवरी से रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा लेने की बात कही है। लेकिन इस बार रेलवे बोर्ड ने एक नोटिस जारी कर के कहा की भर्ती के लिए 2 चरण की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. उम्‍मीदवारों को पहले CBT 1 क्लियर करना होगा जिसके बाद CBT 2 का आयोजन किया जाएगा। रेलवे के इस नोटिस के बाद ाव्यार्थियों का गुस्सा और ज्यादा badh गया है। नतीजतन उन्होंने कल निहार के कई जगहों पर धरना प्रदर्शन किया। जिसमे बिहार शरीफ ,नवादा ,और पटना शामिल है। परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाते हुए कल हजारों की संख्या में परीक्षार्थी दोपहर पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंच गए और अप व डाउन ट्रैक को जाम कर दिया. यह जाम शाम तक चला। स्थिति को देखते हुए पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब छात्र किसी की बात सुनने को राजी नहीं हुए और हंगामा करते रहे तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस भी छोड़ने की नौबत आ गई। अब सवाल यह है की क्या यह सही है की रेलवे बोर्ड अपनी परीक्षाओं में इतनी देरी करे और अचानक से नए नियम ला कर थोप दे। सरकार को विद्यार्थियों के मद्दे नजर यह सोचना आवश्यक है।