फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अपनी कंपनी का नाम बदल कर मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक (Meta Platforms Inc.) करने का फैसला लिया है । फेसबुक सोशल मीडिया के सबसे पॉपुलर प्लैटफॉर्म्स में से एक है । जुकरबर्ग के अनुसार फेसबुक नाम , इसमें दी जाने वाले फीचर को सैटिस्फाई नहीं करता है ।जुकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक नाम में वह सब कुछ शामिल नहीं है जो कंपनी अब करती है।हालाँकि जुकरबर्ग ने यह साफ़ कर दिया है की फेसबुक ऐप, अपना नाम नहीं बदल रहा है। न ही इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर का नाम बदला जा रहा है। कंपनी का कॉर्पोरेट ढांचा भी नहीं बदलेगा।
लेकिन 1 दिसंबर से इसका स्टॉक एक नए टिकर सिंबल एमवीआरएस के तहत कारोबार करना शुरू कर देगा। जुकरबर्ग ने कहा की उन्होंने Meta को एक “virtual environment” का रूप दे दिया है। इससे पहले फेसबुक ने घोषणा की थी ये ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी के लिए अलग से फाइनेंशियल रिजल्ट पब्लिश करेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दे की मेटा मेटावर्स का शार्ट फॉर्म है ।Metaverse एक वर्चुअल कंप्यूटर-जनरेटेड स्पेस जहां लोग बातचीत कर सकते हैं। मेटावर्स शब्द का ज्यादा इस्तेमाल लोग गेमिंग वर्ल्ड के लिए करते हैं इसमें इसमें यूजर के पास एक कैरेक्टर होता है जो चल सकता है और दूसरे प्लेयर्स के साथ रियल वर्ल्ड की तरह इंटरएक्ट भी कर सकता है। नाम के साथ साथ कंपनी ने अपना लोगो भी बदला है । कंपनी ने अपने लोगों को इंफिनिटी के डिज़ाइन की तरह रखा है थोड़ा तिरछा, लगभग एक pretzel की तरह। जुकरबर्ग के अनुसार मेटा यूजर्स को एक नया एक्सपीरियंस मिलने वाला है ।Metaverse एक नया ऑनलाइन स्पेस होगा। इस स्पेस में लोग रियल दुनिया की तरह एक-दूसरे से इंटरएक्ट कर पाएंगे। आप इसमें शॉपिंग कर सकते हैं। आप Metaverse में खुद की घर-गाड़ी खरीद कर उसे बिल्कुल रियल दुनिया की तरह यूज कर सकते है।इससे आप वर्चुअल वर्ल्ड में जा सकते हैं। यहां पर आप अपने फ्रेंड्स या रिलेटिव से बातचीत करके उनके साथ घूमने जा सकते हैं और साथ ही इससे आप वर्चुअल वर्ल्ड में जा सकते हैं। यहां पर आप अपने फ्रेंड्स या रिलेटिव से बातचीत करके उनके साथ घूमने जा सकते हैं। जुकरबर्ग फेसबुक के नाम बदलने के साथ कई और नए एक्सपीरिएंसेज को देने का वादा किये हैं । फिलहाल आज के टीडी टेक में इतना ही …