नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग 2022 में कटिहार पहले स्थान पर, अंडर 10 में बिहार के 4 जिले

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Ranking 2022: उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि फरवरी महीने की रैंकिंग में बिहार के 4 जिले अंडर-10 में रहे हैं, जो एक अच्छी उपलब्धि है। बिहार के आकांक्षी जिलों में विकास की गति ने रफ्तार पकड़ी है। आने वाले महीनों में अन्य जिले भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे और नीति आयोग के प्रत्येक सूचकांकों पर अच्छी उपलब्धि हासिल करेंगे।

पटना, नीति आयोग की रिपोर्ट में भले ही बिहार को कई क्षेत्रों में पिछड़ा बताया जाता हो, लेकिन सुखद खबर यह है कि आयोग की फरवरी 2022 की डेल्टा रैंकिंग में 112 आकांक्षी जिलों में कटिहार को पहला स्थान मिला है। यह जिला बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद का गृह क्षेत्र है। वहीं गया को दूसरा, मुजफ्फरपुर को तीसरा व खगड़िया को 7वां स्थान मिला।

नीति आयोग की फरवरी, 2022 की डेल्टा रैंकिंग में देश के कुल 112 आकांक्षी जिलों (एस्पिरेशनल डिस्टिक्स) में कटिहार को प्रथम स्थान मिलने पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इन जिलों के जिला पदाधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व के साथ-साथ अधिकारियों के मेहनत का प्रतिफल है।

बता दें कि देश के पिछड़े जिलों में विकास की गति को तेज करने के उद्देश्य से नीति आयोग ने 112 आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य और पोषण, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, मूलभूत आधारभूत संरचनाएं आदि अन्य सूचकांकों पर संचालित कार्यों में गति प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण पहल की है। इसके तहत बिहार के 12 जिलों में कार्य चल रहे हैं. फरवरी 2022 की डेल्टा रैंकिंग में बिहार के कटिहार जिले ने 55.9 का कम्पोजिट स्कोर हासिल कर देश में प्रथम स्थान पाया है।

कटिहार जिला ने हेल्थ और न्यूट्रिशन के सूचकांक पर 73 अंक पाकर देश में प्रथम स्थान पाया है, जो बिहार के लिए दोहरी उपलब्धि है।

नीति आयोग द्वारा जारी फरवरी 2022 की रैंकिंग में गया को द्वितीय, मुजफ्फरपुर को तृतीय, खगड़िया को 7वां, पूर्णिया को 14वां, सीतामढ़ी को 19वां, बेगूसराय को 48 वां, शेखपुरा को 54वां, जमुई को 56वां, अररिया को 57वां, नवादा को 64वां, औरंगाबाद को 80वां और बांका को 89वां रैंक प्राप्त हुआ है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी महीने की रैंकिंग में बिहार के 4 जिले अंडर-10 में रहे हैं, जो एक अच्छी उपलब्धि है। बिहार के आकांक्षी जिलों में विकास की गति ने रफ्तार पकड़ी है. आने वाले महीनों में अन्य जिले भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे और नीति आयोग के प्रत्येक सूचकांकों पर अच्छी उपलब्धि हासिल करेंगे।