9/11 आपने यह तारीख निश्चित ही सुन राखी होगी । न जाने कितनी दफा आप कान इस तारीख से रूबरू हुए होंगे और न जाने कितने ऐसे 9/11 की तारीख आपने अपनी जिंदगी में जी होगी ,पर क्या आप जानते हैं की यह 9/11 की तारीख इतना मशहूर क्यों है । आखिर क्यों लोग इसे एक काले दिन के रूप में जानते हैं .अगर नहीं तो आज हम आपको सुनाएंगे इस 9/11 की गाथा । इतिहास में इस तिथि को अमेरिका और मानवता के लिए काला दिन माना जाता है क्यूंकि इसी दिन अमेरिका पर आतंकवादी हमला हुआ था जिसमे 2977 लोगों की जान चली गई थी । बात 2011 की है जब आतंकवादी संगठन अलकायदा के अत्तंकवादियों ने 11 सितम्बर की सुबह तीन हाईजैक विमानों के द्वारा अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स और बस वाशिंगटन डी॰सी॰ के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन से जान बुझ के टकरा दिया जिससे उन बिल्डिंग्स में काम कर रहे दुनिया के 20 देशों के 2977 लोगों की मृत्यु हो गई थी । जबकि चौथा विमान कुछ यात्रियों एवं उड़ान चालक दल द्वारा विमान का नियंत्रण फिर से लेने के प्रयास के बाद, विमान ग्रामीण पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा टकराया। यह चारो विमान अमेरिका के लिए उड़ान भर चुके थे जिन्हे हाईजैक करने के बाद इस आतंकवादी हमले का अंजाम दिया गया था ।
दरअसल 11 सितंबर 2001 को अल कायदा के 19 आतंकियों ने 4 विमान हाईजैक कर अमेरिका पर आत्मघाती हमला किया।
मंगलवार 11 सितम्बर की सुबह 8:45 बजे अमेरिकी एयरलाइंस का बोइंग जिसमें 75708 लीटर जेट ईंधन था, वो न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टॉवर से टकराया।जिसके बाद 110 मंजिला इमारत की 80वीं मंजिल आग का गोला बन चुकी थी।
उसके ठीक 18 मिनट बाद अमेरिकी विमान बोइंग-767 की फ्लाइट संख्या 175 अचानक आसमान से गायब हुआ। विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दक्षिणी टॉवर की 60वीं मंजिल से टकराया तब स्पष्ट हुआ कि ये आतंकी हमला है। फिर सुबह 9:45 बजे
अमेरिकी एयरलाइंस का विमान 77 अमेरिकी सेना के हेड क्वार्टर पेंटागन के पश्चिमी हिस्से से टकराया। इसमें 125 सैन्यकर्मी और विमान में सवार 64 लोगों की जान गई थी। अमेरिका इन हमलों के बाद आग में दहक रहा था । उस समय के तात्कालिक राष्ट्रपति डब्ल्यू वुश ने इस घटना के बाद अलकायदा के खिलाफ जंग छेड़ दी थी और अलकायदा के नेता और इस हमले का मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को ख़त्म करने का प्राण लिया था जिसके बाद ही अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान में कदम रखा था । अमेरिकी सैनिको ने अफगानिस्तान के हर उस ठिकाने को ख़त्म कर दिया जहाँ पर ओसामा बिन लादेन का ठिकाना था या हो सकता था । हाकलांकि इतने तलाश के बाद भी अमेरिका को ओसामा का पता नहीं चला । साल २०११ में अमेरिका के तात्कालिक राष्ट्रपति बारक़ ओबामा ने एक परेश कॉन्फ्रेंस के जरिये यह बताया की अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को खत्म कर दिया है जिसे पाकिस्तान ने पनाह दिया था । 20 साल बाद अलकायदा का वही आतंकवादी संघठन जो अब तालिबान के नाम से जाना जाता है उसके सामने आखिरकार अमेरिका को घुटने टेकने पड़े । अफगानिस्तान से अमेरिका का अपने सैनिको को वापस बुला लेने के बाद तालिबान ने 15 अगस्त कोअफगानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया है । और आज के दिन ही अपनी सरकार का सपथ ग्रहण करने वाला था पर किसी कारणों से इसे टालना पड़ा । अब जब तालिबान बना अलकायदा एक बार फिर से पावर में आ रहा है तो अमेरिका की चिंता बढ़ गई है । उसे एक और 9/11 जैसे हमले का डर सताने लगा है । अमेरिका ने भले ही 9/11 का बदला ले लिया हो पर अलकायदा दवरा मारे गए उस थप्पड़ की टीस आज भी अमेरिका के गालों पर है ।