फुलवारीशरीफ में एक हिन्दू बेटी की शादी में साम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल देखने को मिली. मुस्लिम भाइयों ने बेटी की शादी में समधी मिलन किया और आपसी सौहार्द्र का संदेश दिया.

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बिहार की राजधानी पटना में सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल देखने को मिली है. मुस्लिम युवकों ने हिन्‍दू बेटी की शादी में न केवल समधी मिलन की रस्‍म निभाई, बल्कि फूल-माला पहनाकर बारातियों का स्‍वागत भी किया. इस दौरान विवाह स्‍थल का माहौल काफी भावुक था.

फुलवारीशरीफ (पटना). बिहार में इन दिनों शादी-विवाह का मौसम चल रहा है. इस दौरान कई तरह की रोचक बातें भी सामने आ रही हैं. इसी क्रम में राजधानी पटना में सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल पेश करने वाला एक वाकया सामने आया है. फुलवारीशरीफ इलाके में एक हिन्‍दू बेटी की शादी थी. शादी में बारात के दरवाजा लगने के दौरान समधी मिलन की एक रस्‍म निभाई जाती है. समधी मिलन के वक्‍त लोगों की कमी पड़ गई. इसका पता जब वहां मौजूद कुछ मुस्लिम युवकों को चला तो वे एकजुट होकर इस रस्‍म को निभाने के लिए आगे आए और इसे पूरा किया. मुस्लिम युवकों ने इसके बाद बारातियों को फूल-माला पहनाकर उनका स्‍वागत भी किया. मुस्लिम युवकों के इस कदम की हर तरफ चर्चा हो रही है.

जानकारी के अनुसार, फुलवारीशरीफ में एक हिन्दू बेटी की शादी में साम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल देखने को मिली. मुस्लिम भाइयों ने बेटी की शादी में समधी मिलन किया और आपसी सौहार्द्र का संदेश दिया. सकरैचा पंचायत निवासी ललीन पासवान की पहली बेटी ममता संग मनेर के सुरअरमरवा के राहुल कुमार की शादी में अद्भुत नजारा देखने को मिला. फुलवारीशरीफ के इसापुर स्थित अल फलक मैरेज हॉल में शादी समारोह का आयोजन था. बारात के द्वार पर आने के दौरान जब समधी मिलन की बारी आई तो दुल्हन पक्ष के लोग कम गए. ऐसे में समधी मिलन नहीं हो पा रहा था. उसी दौरान मुस्लिम नौजवानों ने जब यह देखा तो समधी मिलन को आगे आए और समधी मिलन की रिवाज को निभाया गया.