लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के सांसद चिराग पासवान की जान खतरे में हैं, लेकिन बिहार के डीजीपी इसे लेकर उदासीन हैं। अगर चिराग पासवान को कुछ होता है, तो उसकी जिम्मेदारी बिहार की नीतीश कुमार सरकार और उनके डीजीपी की होगी। ऐसा हम नहीं कह रहे, यह एलजेपी का आरोप है। एलजेपी के चिराग पासवान गुट के नेता राजू तिवारी ने ऐसा कहते हुए चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
एलजेपी नेता राजू तिवारी ने कहा है कि चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा को भारी जनसमर्थन मिल रहा है। इसके साथ पार्टी उनकी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित है। ऐसी ही लोकप्रियता के बाद हाल ही में कटिहार के मेयर और एलजेपी नेता की हत्या हो गई है।
राजू तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा है पार्टी ने जब चिराग की सुरक्षा की बाबत बात करने के लिए बिहार के डीजीपी से समय मांगा, तब उन्होंने छह अगस्त के बाद मिलने की बात कही। उनके कार्यालय से ऐसा ही बताया गया है। एलजेपी नेता ने कहा कि यह चिराग की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मसला है, जिसपर बात करने के लिए डीजीपी को समय नहीं है। हमारा पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलना चाहता था, लेकिन उनके पास इसके लिए समय नहीं है। एलजेपी इस कारण चिंतित है।
राजू तिवारी कहते हैं कि चिराग पासवान एक मान्यता प्राप्त दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद हैं। उनकी जान को खतरा है, लेकिन डीजीपी इसे लेकर उदासीन हैं। ऐसे में अगर चिराग पासवान को कुछ होता है, तो इसके लिए बिहार की नीतीश कुमार व उनकी सरकार और पुलिस के मुखिया की जिम्मेदारी बनेगी। अभी भी समय है, पुलिस चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ा दे।
अब देखना यह है कि चिराग के सुरक्षा के मद्देनजर क्या कुछ होता है.. फिलहाल आज के बिहार नीति एपिसोड में इतना हीं.. आप देखते रहे टीडी न्यूज़ नमस्कार