pass Open: रोहतांग पास मनाली से करीब 50 किमी की दूरी पर है। यहां पर 40 से 50 फीट बर्फ गिरती है। सर्दियों में यह मार्ग और दर्रा बंद रहता है। गर्मियों में आम तौर पर यह जून में टूरिस्ट और आम लोगों के लिए खुलता है। लेकिन इस बार गर्मी अधिक पड़ने से जल्दी बहाल हो गया है।


मनाली. हिमाचल प्रदेश में मनाली स्थित विश्व विख्यात रोहतांग दर्रा पर्यटकों की पंसदीदा जगहों में से एक है। काफी जद्दोजहद के बाद अब इसे सैलानियों के लिए बहाल कर दिया गया है। एनजीटी के आदेशानुसार, गुलाबा बेरियर से आगे जाने वाले पर्यटक वाहनों को परमिट लेना अनिवार्य रहेगा। बिना परमिट आगे नहीं भेजा जाएगा। परमिट मनाली प्रशासन की वेबसाइट या वहां जाकर लिए जा सकते हैं। रोजाना 800 पेट्रोल और 400 डीजल वाहनों को रोहतांग दर्रा जाने की अनुमति रहेगी।
13 हजार फीट की ऊंचाई और 50 किमी का सफर
रोहतांग पास मनाली से करीब 50 किमी की दूरी पर है। यहां पर 40 से 50 फीट बर्फ गिरती है। सर्दियों में यह मार्ग और दर्रा बंद रहता है। गर्मियों में आम तौर पर यह जून में टूरिस्ट और आम लोगों के लिए खुलता है। लेकिन इस बार गर्मी अधिक पड़ने से जल्दी बहाल हो गया है। अटल टनल के बनने से पहले लाहौल स्पीति के लिए यहीं से होकर जाना पड़ता था। रोहतांग पर 13 हजार फीट की ऊंचाई पर है। बड़ी संख्या में सैलानी रोहतांग की वादियों के दीदार के लिए पहुंचते हैं।