फाल्गुन माह हिन्दुओं के लिए कई मायने में ख़ास होता है। इस महीने होली के साथ कई और भी ऐसे पर्व त्यौहार होते हैं जिसे हिन्दुओं के द्वारा मनाया जाता है। परन्तु आज का दिन हिन्दुओं के लिए क्यों ख़ास है आइये जानते हैं। तो दरअसल आज के दिन फुलेरा दूज का त्यौहार मनाया जा रहे। कहा जाता है की श्री कृष्ण ने आज के ही दिन राधा को गुलाल लगा कर अपने प्यार का इजहार किया था। जिसके बाद इस दिन को लोग ख़ास मानकर इसे सेलेब्रेट करते हैं। आइये जानते है की इसका शुभ योग कब से कब तक है
शुक्रवार, 4 मार्च को शुभ नामक योग बन रहा है जो रात में 1 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इसके बाद रात 1.52 मिनट से अलग दिन प्रातः 6.42 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है। मतलब ये दोनों ही समय शुभ कार्यों के समापन के लिए अति उत्तम हैं।
फाल्गुन शुक्ल द्वितीया तिथि की शुरुआत 3 मार्च 2022 को रात्रि 9.36 मिनट से हो रही है और इसका समापन शुक्रवार 4 मार्च 2022 को 8.45 मिनट पर होगा। कृष्ण भक्तों के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है इस वजह से ब्रजवासियों में इसका अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। फूलैरा दूज का दिन कृष्ण से अपना प्रेम जाहिर करने का दिन है। इस मौके पर राधा-कृष्ण को गुलाल लगाया जाता है। कई तरह के भोग इस मौके पर बनाए जाते हैं और भजन, कीर्तन का आयोजन किया जाता है। फुलैदा दूज का त्योहार 4 मार्च को मनाया जाता है। मंगलिक कार्य के लिए ये अवसर बहुत ही शुभ माना जाता है। फुलैरा दूज वसंत पंचमी और होली के बीच मनाया जाता है। ब्रज में तो इस त्योहार की अलग ही धूम देखने को मिलती है। यह दिन बहुत ही मंगलकारी माना जाता है। उत्तर भारत में तो ज्यादातर शादियां फुलैरा दूज के दिन होती हैं। इसके अलावा मकान, संपत्ती, गाड़ी की खरीददारी और किसी व्यवसाय की शुरुआत भी लोग इस दिन लोग से करते हैं क्योंकि यह दिन पूरी तरह से दोषमुक्त होता है।