धनबाद के हाई कोर्ट के जज उत्तम आनंद के सड़क हादसे में मौत को हत्या करार दिए जाने के बाद यह मामला गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है । सड़क के cctv फुटेज देखने के बाद परिवार ने हाई कोर्ट में गुहार लगाईं थी जिसपे हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब माँगा है और अब इस मामले का जिक्र सुप्रीम कोर्ट में होने लगा है । सुप्रीम कोर्ट में भी इसके खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की बात कही गई है । सड़क दुर्घटना से हत्या काण्ड में कैसे बदला ये मामला आइये समझने की कोशिश करते हैं । दरसल धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद सुबह सुबह मॉर्निंग वाक पर निकले थे । जिसके बाद उन्हें एक ऑटो ने टक्कर मार दी और उनकी मौके पर ही डेथ हो गई । परन्तु जब cctv कैमरे में देखा गया तो पता चला की टक्कर जान बुझ के मारी गई है । वीडियो में यह साफ साफ दिख रहा है की ऑटो से यह टक्कर जान बुझ के मारी गई है । अब यह सवाल उठता है की आखिर उस ऑटो चालक से जज की क्या दुश्मनी थी, तो दरअसल इस मुद्दे को एक अलग एंगल से देखा जा रहा है । दरसल न्यायाधीश उत्तम आनंद चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे । रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे.
अभी कुछ दिन पहले ही न्यायाधीश उत्तम आनंद ने शूटर अभिनव सिंह और अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जमानत याचिका खारिज की थी । अब इस हत्याकांड को इस मुद्दे से जोड़ा जा रहा है । आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें की जिस ऑटो से नयाधिश को टक्कर मारी गई थी वह ऑटो चोरी की थी . फिलहाल पुलिस ने उस ऑटो ड्राइवर और उसके साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है औरफॉरेंसिक टीम ने ऑटो से कई सैंपल जांच के लिए भेजे हैं । चीफ जस्टिस एनवी. रमना ने बताया कि उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से बात की है. हाईकोर्ट ने भी इस मामले में खुद संज्ञान लेकर राज्य सरकार को नोटिस सौंपा है और घटना पर जवाब मांगा है. धनबाद के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को तलब किया गया है।साथ ही उन्होंने कहा की फिलहाल यह मामला हाई कोर्ट में ही रहेगा अधिक जरुरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट इसमें हस्तक्षेप करेगा । उम्मीद है की उत्तम आनद के परिवार को जल्द ही न्याय मिलेगा । फिलहाल आज के ब्रेकिंग में इतना ही देखते रहें टीडी न्यूज़ ।