अफगानिस्तान से सेना हटाने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर उठ रहे सवालों पर बाइडेन ने कल भारतीय समय के अनुसार देर रात एक प्रेस कांफ्रेंस की । प्रेस कांफ्रेंस में अपने फैसले को सही बताते हुए बाइडेन ने कहा की मैंने यह फैसला अपने सैनिकों के लिए लिया है । उन्होंने कहा,की ‘हमारी सेना लगातार लड़ने का जोखिम नहीं उठा सकती थी. मैं इस बात को लेकर पहले से स्पष्ट रहा हूं कि हमारी विदेश नीति मनावाधिकारों पर केंद्रित रही है’. । उन्होने आकड़े बताते हुए कहा की डोनाल्ड ट्रंप के शासन में 15 हजार सैनिक अफगानिस्तान में थे और हमारे वक्त 2000 सैनिक अफगानिस्तान में रहे.। उन्होंने अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गाणी को दोषी करार देते हुए कहा की गनी अफगानिस्तान को कठिन हालात में छोड़कर भाग गए. उनसे सवाल पूछा जाना चाहिए, वह बिना लड़े मुल्क से क्यों भागे? साथ ही साथ बाइडेन ने तालिबान को धमकी भरे स्वर में कहा की अगर अमेरिकी सेना का बाल भी बांका हुआ तो तालिबान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी ।