भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के गोडिहां गांव निवासी युवक अजीत यादव नौ मई की रात अपने दोस्त धमेन्द्र यादव की बाइक व मोबाइल लेकर अपने एक महिला मित्र से मिलने कारवासीन, सतिहारा टोला गांव गया हुआ था। जिसके बाद नृशंसा तरीके से उसकी हत्या कर दी गई। इसका खुलासा पुलिस द्वारा साथ तिलक समारोह में गए उसके दोस्त धर्मेन्द्र यादव से गहन पूछताछ के दौरान हुई है।
घटना की जांच कर रहे पीरो डीएसपी राहुल सिंह ने भी शुरूआती पूछताछ में प्रेम-प्रसंग में हत्या की घटना घटित होने के संकेत दिया है। पुलिस के अनुसार अजीत की लोहे के राड, खंती व धारदार हथियार से किए जाने जाने के बाद साक्ष्य को मिटाने का भी प्रयास किया गया है। मारे गए युवक का हाथ- पैर रस्सी व गमछा से बांधने के बाद शव को बांस के सहारे नाढ़ी-कारवासीन बधार में फेंका गया है। युवक का शव लड़की के घर से पांच सौ गज दूरी पर मिलने की बात सामने आई है। पुलिस तकनिकी सूत्र के जरिए भी साक्ष्य जुटाने में लगी है।
शुरूआती जांच में यह बात सामने आई हैं कि नौ मई की शाम गोडिहां गांव निवासी युवक अजीत यादव और अजीमाबाद थाना क्षेत्र के डीहरा गांव निवासी उसके दोस्त धर्मेन्द्र यादव के तिलक समारोह में ताराचक जाने को लेकर पहले फोन पर बातचीत हुई थी। हालांकि, अजीत यादव के पिता छोटू यादव ने जाने से मना कर दिया था। लेकिन अजीत जिद कर एक घंटा में वापस आने की बात बोलकर ताराचक गांव गया था। देर रात जब अजीत यादव घर वापस नहीं लौटा तो स्वजनों ने उसके फोन पर कॉल किय। लेकिन, मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। इसके बाद अगले दिन सोमवार की सुबह जब धर्मेंद्र यादव उसके घर पर पहुंचा और अजीत के बारे में पूछताछ की तो वे सकते में पड़ गए। स्वजनों ने साथ में जाने की बात कही तो उसने बताया कि तिलक समारोह में ताराचक गांव जाने के बाद अजीत उसकी बाइक लेकर चला गया था ।थोड़ी देर में लौटने की बात बोला था पर नहीं लौटा था। बाइक कारवासीन बधार में पड़ी हुई मिली है। इसके बाद स्वजनों ने इसकी सूचना सहार थाना इंचार्ज प्रमोद कुमार को दी। इसके बाद स्वजनों ने काफी खोजबीन की। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया।
इधर, पुलिस ने जब अजीत यादव के मोबाइल का सीडीआर निकालकर जांच शुरू की तो पता चला कि अंतिमबार किसी महिला के मोबाइल नंबर पर अंतिम बार बात हुई है। संबंधित नंबर का सीडीआर निकाला गया तो पता चला कि अंतिम बार जिस नंबर पर बात हुई है वह चौरी इलाके की एक शादीशुदा महिला के नाम पर है। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि संबंधित नंबर का सिम उसकी बहन यूज कर रही थी ।