समाजसेवा मे प्रयास रत अस्तित्व ने विश्व थैलेसिमिया द्विवस् के अवसर पर रक़्तदाँन के मुहिम मे अपना सर्वोच्या योगदान दिये, रक्तदान ईश्वर को लगते प्यारे, रक्तदान करके किसी का जीवन संवारे।
जब जब किसी की जरूरत मंद की आंखों से आंसू आते हैं। कोई ना कोई अस्तित्व के रक्त वीर उसकी मदद के लिए जरूर आते हैं। एक तरफ जहां दुनिया अपने त्योहारों में व्यस्त है वही अस्तित्व हमेशा जरूरतमंदों के लिए तत्पर रहता है। महेशपुर निवासी दाउद अंसारी इलाज के दौरान डॉक्टर ने रक्त की मांग की और तुरंत ही मरीज के परिजन परेशान हो गए और रक़्त के खोज मे जुट गए तभी अस्तित्व के सदस्य परवेज अनवर ने अस्तित्व परिवार को बताया कि मरीज के शरीर में रक्त की कमी है इन्हें 1 यूनिट रक्त चढ़ाना पड़ेगा अस्तित्व परिवार ने अपना पूरा सहयोग का भरोसा दिलाया वही ज़ाकिर सुनते ही तैयार हो गए ब्लड देने के लिए ने अपना रक्तदान किया और ज़ाकिर का कहना है कि रक्तदान करने से हमें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता बल्कि इस मुहिम को चला कि हम किसी को भी जीवनदान दे सकते हैं और हमारा अस्तित्व एक बार फिर से मिसाल कायम किया हमारे अस्तित्व के सदस्य हमेशा ऐसी नमी सहाय की सेवा में हमेशा तत्पर है ।
आस्तित्व परिवार को जैसे ही ये सूचना मिली उन्होंने तुरंत आस्तित्व के टीम को बताया और आस्तित्व टीम ज़ाकिर तुरंत ही अपने रक्त दान के लिए तैयार हो गए। और फिर अस्तित्व ने परिवार की जिंदगी बचाई। अपने अनोखे और अद्वितीय पहल के कारण समाज ने प्रशंसा का पात्र बनने वाले अस्तित्व ने हमेशा निस्सहाय की सेवा की अपना कर्तव्य बताया। अस्तित्व के ब्लड डिविजन हेड रितेश ओझा जिन्हो ने बताया कि जनमानस की सेवा में लगे रहेंगे यह हमारा संकल्प है। फाउंडेशन का अपना एक अलग ही मुकाम है जिसमें सिर्फ एम बी बी एस बी टेक और आईटी के छात्र और छात्राएं जुड़े हैं। और राष्ट्रहित में अपना सर्वोच्च देने का प्रयास संस्था के माध्यम से कर रहे हैं। इस शहर और चंपारण के लिए कुछ अलग और अजूबा करना चाहते हैं। जितने का शौक रखते हैं हमें औरों को जिताने में खुशी मिलती है ।सफलता तो सब की दुआओं का असर है यारों, औरों का कष्ट बांटने में ही हमें हंसी मिलती है।