बिहार में शराब बंदी को पुर्णतः लागू करने के लिए बिहार सरकार पूरी कोशिश कर रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कि सरकार शराब बंदी को लेकर कई सारे नियम लागू कर रही है वो चाहे ड्रोन हो या हेलीकॉप्टर से निरीक्षण की बात हो। नीतीश कुमार बिहार से शराब की आखिरी बून्द को भी खत्म कर देना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने शराब बंदी कानून में कुछ बदलाव भी किये है।


लेकिन जिस तरह शराब से जुड़ी खबरे आ रही हैं उससे यह पता चलता है कि बिहार में पुर्णतः शराब बंदी करने में बिहार सरकार विफल रही है। वैसे तो शराब को बुरी लत के लिए जाना जाता है । पर आइये जानते है शराब से जुड़े कुछ और पहलुओ को ।
कि शराब कब समस्या है और कब समाधान
बात करते है कई ऐसे देशो के बारे में जहाँ ठंड बहुत ज्यादा पड़ती है और वहाँ के लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े यानी ऊनि वस्त्र और खाने में गर्म मसाले आदि और माँस का प्रयोग करते हैं और भी कई ऐसी चीजें हैं जो ठंडे जगह में रहने वाले लोग अपने ठंड से बचाव के लिए करते हैं। अर्थात खुद को गर्म रखने के लिए कई सारे उपाय भी करते हैं।और शरीर में गर्मी बनाये रखने के लिए शराब काफी उपयोगी होती हैं।


जब कभी ठंडे जगह में रहने वाले लोग ठंड की वजह से बीमार होते हैं तो उन्हें शराब, दवाई के रूप में शरीर मे गर्मी बनाये रखने के लिए दिया जाता हैं।और हमारे सैनिक नौजवानो को भी थकावट दूर करने के लिए एक निश्चित मात्रा में शराब को दिया जाता हैं। और कई ऐसे लोग हैं जो इसे कम मात्रा में लेते हैं जो सामान्य है।पर समस्या वहाँ खड़ी होती है , जब शराब को अधिक मात्रा में लिया जाय। ठीक वैसे ही जैसे कि किसी चीज के दो पहलू होते है एक अच्छा और एक खराब, तो शराब के साथ भी कुछ ऐसा ही हाल हैं और कहावत भी है कि अति वर्जयेत। तब शराब भी दवाई की जगह जहर का काम करती हैं।शराब तब हानिकारक हो जाता है जब यह लोगो के घर – गृहस्थी को खराब करता है और जब घर की सारी कमाई शराब पीने में खत्म हो जाती हैं। शराब तब हानिकारक जब शराब की चपेट में आकर किसी की मृत्यु हो जाती हैं। इस बारे में आपका क्या कहना है?