100 करोड़ पैसा वसूली और कई सारे मनी लॉन्डरिंन्ग मामले में ईडी यानी Enforcement Directorate ने कल महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया गया है । दरसल ईडी ने कल अनिल देशमुख से तक़रीबन 12 घंटे पूछताछ की ईडी ने बताया की पूछताछ के दौरान अनिल देशमुख ने एक भी सवाल का सही से जवाब नहीं दिया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है । ईडी आज अनिल देशमुख को PMLA कोर्ट में पेश करेगी और रिमांड में लेने की मांग करेगी. हालांकि अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के वकील ने कहा है कि वो इस गिरफ्तारी का कोर्ट में विरोध करेंगे। दरअसल यह मामला इसी साल मार्च महीने का है जब परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस के कमिश्नर पद से हटा कर उन्हें होमगार्ड का डीजी बना दिया गया था । जिसके बाद परमबीर सिंह ने महारष्ट्र के मुख्या मंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमे उन्होंने अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी ।
उन्होंने चिट्ठी में लिखा की अनिल देशमुख ने गृहमंत्री रहते हर महीने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपये देने की मांग की थी. इसके साथ ही देशमुख पर ये भी आरोप लगाया गया था कि वो पुलिस अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग के एवज में पैसा लेते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की सचिन बाजे महारष्ट्र के पुलिस अधिकारी थे जो कई मामलों के आरोपी है और फिलहाल एनआईए (NIA ) के गिरफ्त में है । हालाँकि देशमुख ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया था मगर उस समय ED ने अपनी करवाई करते हुए देशमुख के खिलाफ जांच शुरू कर दी थी । ED ने अपने जांच में बताया है की सचिन वाजे ने कई आर्केस्ट्रा बार से 4.70 करोड़ रुपये वसूले थे. बाद में यहीं रुपये देशमुख को दे दिए गए थे । देश मुख ने इन पैसों को दिल्ली के कुछ फर्जी कंपनियों के खाते के जरिये अपने परिवार द्वारा चलाये जा रहे Shri Sai Shikshan चैरिटेबल ट्रस्ट में मंगवा लिए थे । ईडी ने यह भी बताया की इसके अलावे देशमुख का कनेक्शन कई और मनी ट्रेल में दिख रहा है । बहरहाल आज कोर्ट के सामने ED अपना पक्ष रखेगी । अब देखना होगा की कोर्ट देशमुख की कस्टडी ED को देती है या उन्हें बेल पर रिहा करती है ।।