वैष्णो देवी हादसे से अभी भी लोगों के घायल होने की तस्वीरें सामने आ रही है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 13 हो गई हैं। वही 14 लोग घायल भी हुए हैं। घयलों में कुछ की स्थिति अभी भी नाजुक बताई जा रही है। वहां मौजूद लोगों में हादसे का डर इतना बढ़ गया है की लोग उसकी बात करने से डर रहे थे। हादसे के वक़्त मौजूद लोगों से बात करने पर पता चला की भीड़ इतनी ज्यादा थी की वहां से निकल पाना लोगों के लिए मुश्किल हो गया और भगदड़ मच गई और यह भाषा हो गया। उन्होंने कहा की वह दृश्य बेहद डरवाना था। यह हादशा गेट no 3 पर हुई केंद्रीय गृह मंत्री नित्यानंद राय ने कहा की यह घटना बेहद दर्दनाक है। उन्होंने उसके पीछे का कारन भी बताया की गेट नंबर ३ दरअसल ढलान पर है जिसके वजह से यह हादसा हो गया।
उन्होंने कहा की आगे से इस बात का ध्यान रखा जाएगा हालाँकि वहां पर सुरक्षा बल और पुलिस प्रशाशन हर वक़्त मौजूद रहते हैं मगर अधिक भीड़ के कारन इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हादसे पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जतय है और प्रधान मंत्री राहत कोस से मृतक के परिवार वालों को २ २ लाख रपए देने की बात कही है इसके अलावे जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने भी माता वैष्णो देवी पर हुई भगदड़ को लेकर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि संवेदना और प्रार्थना मृतकरों और घायलों के परिवार के साथ है। और मृतक के परिजनों को १०,१० लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जायेगी। इस घटना पर सोक ब्यक्त करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर के लिखा की माता वैष्णो देवी मंदिर में हुई दुखद दुर्घटना से हृदय अत्यंत व्यथित है। इस संबंध में मैंने J&K के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी से बात की है। प्रशासन घायलों को उपचार पहुँचाने के लिए निरंतर कार्यरत है। इस हादसे में जान गँवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जायेगी। गौरतलब है की कोविद प्रोटोकॉल के बाद भी इतनी भीड़ कैसे इकठा हो गई इसको लेकर जनता और नेता दोनों सवाल उठा रहे हैं। आखिर इस घटना का जिम्मेदार कौन है? बहरहाल साल के पहले दिन ही इतने बड़े हादसे का होना एक अच्छा संकेत तो नहीं ही हो सकता पर फिर भी ईश्वर से कामना है की आप के लिए यह साल बेहद आन्नददायक हो। फिलहाल के लिए इतना ही देखते रहें टीडी न्यूज़।