कोरोना महामारी में जिस तरह बिहार के स्वस्थ्य व्यवस्था का हाल हुआ था उससे शायद बिहार सरकार को एक अच्छी सिख मिली है। तभी तो बिहार सरकार स्वास्थय ब्यवस्था के तरफ कई कदम उठा रही है। इसी क्रम में बिहार सरकार ने एक और कदम उठाया है जिसके तहत बिहार के राशन कार्डधारियों को ५ लाख तक का इलाज मुफ्त में कराया जाएगा जिसका खर्च बिहार सरकार खुद उठाएगी। राज्य सरकार ने यह बतया है की बिहार के सभी राशन कार्डधारियों को प्रतिवर्ष 5 लाख तक का इलाज करवाया जाएगा। आपको बता दें की बिहार सरकार पहले भी इस योजना के तहत 5 कड़ोर परिवारों को यह सुविधा हर साल मुहैया करा रही थी जिसे अब बढ़ा के ९ करोड़ कर दिया गया है।
गौरतलब है की प्रधानमंत्री की योजना आयुष्मान भारत के तहत लोगों को ५ लाख तक के इलाज के खर्च मिल रहे थे जिसके बाद अब राज्य सरकार ने इसे अपने स्तर से और सुगम बना कर बिहार वासियों को एक नया तोहफा दिया है। इसके तहत 85 लाख परिवारों को सुविधा मुहैया कराइ जायेगी। यह सुविधा 1 अप्रैल से सुरु हो रहे वित्तीय वर्ष 2022 और 23 से सुरु हो रही वित्तीय वर्ष में यह सुविधा लोगों तक पहुँचने लगेगी। गौरतलब है की बिहार विधान सभा में अभी बजट सत्र चल रहा है सत्र में हुए हंगामे के बाद स्वास्थय मंत्री मंगल पांडे ने इस योजना से सम्बंधित अपनी बात रखी थी। बिहार में स्वास्थय व्यवस्थाओं को लेकर जिस तरह की तैयारी या जिस तरह के announcement किये जा रहें है उससे यह साफ़ है की कोरोना के वजह से आई स्वस्थ्य ब्यवस्था में अकाली से सरकार बहुत कुछ सिख चुकी है। इसके अलावे स्वास्थ्यमंत्री ने अपनी बात रखने के दौरान कहा की कोरोना काल में विश्व के साथ बिहार ने भी एक बुरा दिन देखा पर फिर भी बिहार एक बेहतर उदहारण के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराइ। उन्होंने कहा की कोरोना काल के दौरान क्षमत्ता से अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन कर बिहार सरकार ने एक उन्नत काम किया है। इसके अलावे बिहार सरकार ने एम्बुलेंस की संख्या बढ़ा दी है। बहरहाल राजनीती में अक्सर ऐसे कई वादे सुनाई देते हैं [परन्तु जमीनी स्तर पर क्या है यह किसी से शायद ही छिपा होगा। फिलहाल के लिए तद हेल्थ में इतना ही देखते रहिये TD न्यूज़।